पटना। सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के समर्थन मंगलवार को पटना सहित लगभग पूरे बिहार में लोग सड़कों पर उतर आए हैं। भोजपुरी फिल्मों के अभिनेता मनोज तिवारी ने अन्ना की गिरफ्तारी को अघोषित आपातकाल बताया है।
पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान के समीप कारगिल चौक पर सैकड़ों की संख्या में लोग अन्ना के समर्थन में सुबह से ही धरने पर बैठे हुए हैं। इसमें बुजुर्ग, बच्चे और महिलाएं बड़ी संख्या में शामिल हैं।
भोजपुरी अभिनेता मनोज तिवारी भी दोपहर में धरनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि अन्ना की गिरफ्तारी अघोषित आपातकाल की तरह है। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों के शासन के समय भी लोग धरना और अनशन करते थे। तिवारी ने कहा कि अन्ना को गिरफ्तार करने वालों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
धरने पर बैठे शिक्षाविद् एन.क़े चौधरी ने कहा कि अन्ना की गिरफ्तारी भारत में जनतांत्रिक अधिकारों पर सीधा आक्रमण है। उन्होंने कहा कि 1974 में जयप्रकाश नारायण का आंदोलन, जो मुख्यरूप से भ्रष्टाचार के विरोध में था, बिहार से प्रांरम्भ हुआ था और इस आंदोलन में भी बिहार के लोग बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेंगे। उन्होंने सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों और बुद्घिजीवियों से इस आंदोलन में आगे आने की अपील की।
धरने में बड़ी संख्या में बच्चे और महिला शामिल हैं। पटना में इसके अलावा कई चौराहों पर अन्ना समर्थक खड़े होकर भ्रष्टाचार के खिलाफ जागरूकता अभियान चला रहे हैं।
पटना के अलावा गया, मुजफ्फरपुर, शेखपुरा, पूर्णिया, सासाराम, भागलपुर, सीवान में भी अन्ना के समर्थन में तथा उनकी गिरफ्तारी के विरोध लोग सड़कों पर उतरे आए हैं।