अन्ना को भगोड़ा कहने वाले मनीष तिवारी ने माफी मांगी
अनशन शुरू होने से पहले अन्ना हजारे को सेना से भगोड़ा और भ्रष्ट कहने वाले कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष तिवारी ने अन्ना से माफी मांग ली है। सच पूछिए तो दस दिनों से गायब रहे मनीष का माफी मांगना कांग्रेस का एक और राजनीतिक स्टंट है।
ज्ञात हो कि मनीष तिवारी ने 14 अगस्त को कहा था, "मैं अन्ना हजारे से पूछा चाहता हूं कि अन्ना तुम किस मुंह से भ्रष्टाचार से लड़ रहे हो। ऊपर से नीचे तक भ्रष्टाचार में लिप्त हो।" मनीष तिवारी ने अपने से 28 वर्ष बड़े अन्ना को तुम कहकर संबोधित करते हुए मनीष ने कहा कि जस्टिस सावंत आयोग ने उनको और उनके संगठन को उनके कार्यकर्ताओं को क्रिमिनल कहा। इन सारी बातों का जवाब उनको देना चाहिये।"
ज्ञात हो कि मनीष तिवारी ने 14 अगस्त को कहा था, "मैं अन्ना हजारे से पूछा चाहता हूं कि अन्ना तुम किस मुंह से भ्रष्टाचार से लड़ रहे हो। ऊपर से नीचे तक भ्रष्टाचार में लिप्त हो।" मनीष तिवारी ने अपने से 28 वर्ष बड़े अन्ना को तुम कहकर संबोधित करते हुए मनीष ने कहा कि जस्टिस सावंत आयोग ने उनको और उनके संगठन को उनके कार्यकर्ताओं को क्रिमिनल कहा। इन सारी बातों का जवाब उनको देना चाहिये।"
सही मायने में देखा जाये तो कांग्रेस ने अनशन से पहले अन्ना पर झूठे आरोप लगाने के लिए मनीष तिवारी का इस्तेमाल किया था। अब अनशन के 10वें दिन वही कांग्रेस अन्ना पर मीठे बोल बरसा रही है। गुरुवार को जैसे ही मनमोहन सिंह का सदन में भाषण खत्म हुआ, मनीष तिवारी ने मीडिया के सामने अन्ना से माफी मांगी।
मनमोहन सिंह का सदन में बम्पर ऑफर और उसी समय मनीष का माफी मांगना सीधे तौर पर कांग्रेस का एक और राजनीतिक स्टंट है। एक तरफ जहां कपिल सिब्बल और प्रणब मुखर्जी पूरी तरह अन्ना के बिल के खिलाफ हैं, वहीं दूसरी ओर यह कैसा दांव है अन्ना के अनशन को तुडवाने का। वैसे यही भी सही है कि अनशन तुड़वाने के लिए यह माफीनामा अन्ना के पुराने घावों पर मरहम लगाने जैसा है, जिसे टीम अन्ना अच्छी तरह से समझती है।