नई दिल्ली। ऐसी खबर आ रही है कि अन्ना हजारे को आज रात दिल्ली पुलिस किसी भी वक्त रामलीला मैदान से हटाकर अस्पताल या कहीं और ले जा सकती है। लेकिन अन्ना टीम ने अपने समर्थकों से कहा कि कुछ भी हो जाये लेकिन आप लोगों को संयम के साथ बर्ताव कीजियोगा। इसलिए पुलिस चाहे जो करे लेकिन आप लोग हिंसक मत होईयेगा। अन्ना हजारे ने भी मंच से जनता से यही अपील की है, मेरे साथियो आप लोगों को हिसक होने की जरूरत नहीं है। आज नौ दिन हो गया है मेरे व्रत को, सरकार का काला चेहरा लोगों के सामने आ गया है। लेकिन अगर पुलिस सरकार के कहने पर मुझे लेने आये तो आप लोग उसे रोकना मत।
क्योंकि सरकार यही चाहती है कि हिंसा हो, अगर वो मुझे जेल में ले जायेगी तो ले जाने देना। मैनें कल कहा था कि जब पुलिस मुझे लेने आये तो आप लोग मुझे रोक लेना लेकिन आज मैं कहता हूं कि अगर आज कुछ होता है तो आप लोग उसे रोकने की कोशिश ना करना। लेकिन हिंसा मत करना, मुझे बहुत दुख होगा इसलिए मेरे साथियों मेरी बात मान लो। अगर पुलिस मुझे ले जाती है तो आप लोग कल से संसद के सभी सदस्यों के घरों का घेराव करना और जेल भरो आंदोलन शुरू कर दीजियेगा।
अगर मुझे जेल में ले जाये तो आप लोग संसद के सभी सदस्यों के घरों का घेराव करना और आप भी जेल भरो शुरू कर देना। हमें अहिंसा का मार्ग पर चलना है, हमें आजादी का लड़ाई लड़नी है लेकिन मेरी विनती है आप लोग हिंसक मत होना। सरकार चाल चलती है तो उसे चलने दो। अन्ना हजारे ने कहा कि कांग्रेस ने देश के साथ धोखा किया है। उसका असली चेहरा दुनिया के सामने आया है। हम लोकशाही पद्धति से अपना हक मानेगें, हुक्मशाही पद्धति से नहीं। दिल्ली या पूरे भारत में कोई हिंसा नहीं होनी चाहिए। क्योंकि अगर हिंसा हुई तो सरकार हमारे आंदोलन को तोड़ देगी।
गौरतलब है कि किरण बेदी ने टि्वट किया है कि उन्हें ऐसी सूचना मिली है कि आज रात पुलिस अन्ना हजारे को रामलीला मैदान से उठा सकती है। वैसे इस समय रामलीला मैदान में पुलिस की गहमागहमी काफी बढ़ गई है। हजारों की संख्या में पुलिस फोर्स रामलीला मैदान में पहुंची हुई है। हालांकि किरण बेदी ने दावा किया है कि उन के पास सीनियर पुलिसकर्मियों का एसएमएस आया है कि जब तक अन्ना को डॉक्टर क्रिटिकल साबित नहीं करती है तब तक वो लोग अन्ना हजारे को हाथ नहीं लगायेगें। किरण बेदी ने कहा कि हमारा काम अलर्ट रहना है इसलिए हम अलर्ट रहेगें , आप लोग अन्ना का साथ दें। आप लोग शांति से हर काम करने देना, धीरज रखना और शांत रहना, दंगा-फसाद मत करना क्योंकि अन्ना ये ही कहते हैं।