केजरीवाल के गरियाने के बाद पटरी पर आयी भाजपा, करने लगी अन्ना-अन्ना
नई दिल्ली। अन्ना के अनशन की किसी को चिंता नहीं है, ना तो सरकार उन्हें लेकर गंभीर है और ना ही भाजपा ने अपने विचार देश को सामने प्रकट किया है, भाजपा की स्थिति डावांडोल है, ये कहना था कि सिविल सोसयटी के सदस्य और अन्ना के अर्जुन अरविंद केजरीवाल का। जिन्होंने ये बातें आज सुबह मीडिया से कही।
जिसके बाद अन्ना-अन्ना करने वाली भाजपा के होश ठिकाने आ गये। मानसूत्र सत्र में बहस चलने के दौरान विपक्ष नेता सुषमा स्वराज ने तेवर बदले हुए नजर आयें। उन्होंने ना तो आज सरकार पर निशाना साधा और ना ही कुछ तीखे अंदाज दिखाये। उन्होंने पूरे विपक्ष और अपनी ओर से अन्ना हजारे को सलाम करते हुए इल्तजा कि अन्ना हजारे अपना अनशन समाप्त कर दें। संसद तत्काल और प्रभावी लोकपाल लेकर आयेगी, इसका दावा और वादा सुषमा स्वराज ने किया।
सुषमा से पहले पीएम मनमोहन सिंह ने भी अन्ना हजारे को सलाम किया और एक बंपर ऑफर देने की बात की। मनंमोहन सिंह ने कहा कि अन्ना हजारे हमारे लिए एक बहुमूल्य व्यक्ति हैं, इसलिए वो प्लीज अपना अनशन तोड़ दें। मनमोहन सिंह बकायदा सदन में खड़े होकर ये इल्तजा की। मनमोहन सिंह ने कहा कि सरकार चारों ड्राफ्ट को सदन में पेश करवाने को तैयार है, ताकि बहस हो। अब देखना दिलचस्प होगा कि अन्ना और अन्ना टीम इस कदम पर क्या जवाब देती है।
जिसके बाद अन्ना-अन्ना करने वाली भाजपा के होश ठिकाने आ गये। मानसूत्र सत्र में बहस चलने के दौरान विपक्ष नेता सुषमा स्वराज ने तेवर बदले हुए नजर आयें। उन्होंने ना तो आज सरकार पर निशाना साधा और ना ही कुछ तीखे अंदाज दिखाये। उन्होंने पूरे विपक्ष और अपनी ओर से अन्ना हजारे को सलाम करते हुए इल्तजा कि अन्ना हजारे अपना अनशन समाप्त कर दें। संसद तत्काल और प्रभावी लोकपाल लेकर आयेगी, इसका दावा और वादा सुषमा स्वराज ने किया।
सुषमा से पहले पीएम मनमोहन सिंह ने भी अन्ना हजारे को सलाम किया और एक बंपर ऑफर देने की बात की। मनंमोहन सिंह ने कहा कि अन्ना हजारे हमारे लिए एक बहुमूल्य व्यक्ति हैं, इसलिए वो प्लीज अपना अनशन तोड़ दें। मनमोहन सिंह बकायदा सदन में खड़े होकर ये इल्तजा की। मनमोहन सिंह ने कहा कि सरकार चारों ड्राफ्ट को सदन में पेश करवाने को तैयार है, ताकि बहस हो। अब देखना दिलचस्प होगा कि अन्ना और अन्ना टीम इस कदम पर क्या जवाब देती है।