अन्ना का अनशन 10वें दिन जारी
कल अन्ना हजारे को मनाने की सारी कोशिशें बेकार गईं। इस मसले पर कल हुई सर्वदलीय बैठक में कोई बात नहीं बन पाई। आज फिर सरकार ने सभी दलों की बैठक बुलाई है।
विपक्ष ने सरकार से मांग की है कि वो अपना बिल वापस ले और अन्ना हजारे के जन लोकपाल और दूसरे सुझावों को शामिल करके एक मजबूत लोकपाल बिल लेकर आए। अन्ना की टीम पूरी तरह से अपनी मांगों पर अड़ी हुई है।
हालांकि सरकार ने सिविल सोसायटी के जन लोकपाल बिल को स्टैंडिंग कमेटी के पास भेज दिया है। लेकिन कोई समय सीमा तय नहीं की है। अन्ना की टीम का कहना है कि अनशन तभी खत्म होगा जब लोकपाल बिल पास होगा।
टीम अन्ना अपनी मांगों से एक कदम भी पीछे हटने के लिए तैयार नहीं है। सर्वदलीय बैठक के बाद टीम अन्ना ने साफ कर दिया कि अगर सरकार अन्ना हजारे का अनशन तुड़वाना चाहती है तो वो जन लोकपाल बिल को संसद में पेश कर दे। टीम अन्ना ने ये चेतावनी दी कि अगर अन्ना को कुछ हो गया तो इसके लिए पूरी तरह से सरकार जिम्मेदार होगी।
बीजेपी नेता सुषमा स्वराज ने कहा कि सरकार जन लोकपाल के आधार पर ही नए मसौदे को पेश करेगी। साथ ही अन्ना हजारे से भी अनशन तोड़ने की अपील की गई है।
वहीं सीपीएम नेता सीताराम येचुरी ने कहा है कि नए मसौदे में जन लोकपाल बिल और सरकारी बिल के साथ संसद में बहस के दौरान दिए गए सुझावों को भी शामिल किया जाएगा।