अन्ना हजारे के आंदोलन को ब्रिटेन, अमेरिका सहित कई जगह समर्थन मिल रहा है। इंग्लैंड में टेस्ट मैच खेलने पहुंची टीम इंडिया के खिलाडियों को भी अन्ना की आंधी का अहसास हुआ। मंगलवार को लंदन में अन्ना के समर्थन में जब कई लोग सड़कों पर उतरे हुए थे, तभी टीम इंडिया के खिलाड़ी वहां से गुजर रहे थे। तब खिलाड़ी भारतीय उच्चायोग के दफ्तर में चले गए थे। आज से ओवल मैदान में हो रहे भारत-इंग्लैंड के बीच चौथे टेस्ट मैच के दौरान भी अन्नागीरी दिखाई देगी। ओवल मैदान के बाहर आज अन्ना के समर्थन में प्रदर्शन की तैयारी है। भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने हालांकि इस बारे में कोई टिप्पणी करने से इनकार किया और कहा कि फिलहाल उनका ध्यान खेल पर है।
उधर, जनलोकपाल के समर्थन में अमेरिका के सैन फ्रैंसिस्को में एक बड़ी रैली का आयोजन अन्ना हजारे के समर्थक कर रहे हैं।
उधर, जनलोकपाल के समर्थन में अमेरिका के सैन फ्रैंसिस्को में एक बड़ी रैली का आयोजन अन्ना हजारे के समर्थक कर रहे हैं।
भारतीय कैथोलिक चर्च द्वारा अन्ना हजारे के आंदोलन को लोकतंत्र विरोधी और अन्ना को तानाशाह करार देने के बाद ईसाई संगठन ‘पुअर क्रिश्चियन लिबरेशन मूवमेंट’ ने अन्ना के आंदोलन को समर्थन देने का फैसला किया है। संस्था के अध्यक्ष आर.एल फ्रांसिस ने आज एक बयान में कहा कि अन्ना का आंदोलन भ्रष्टाचार के मुद्दे पर आम जनता के आक्रोश को प्रदर्शित करता है लेकिन दुखद यह है कि सरकार जनता की संवेदनाओं और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर जनता के गुस्से को
नजरअंदाज कर रही है।
अयोध्या के संत धर्माचार्यों ने भी अन्ना हजारे के आन्दोलन को समर्थन देने की घोषणा की है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर के महन्त बाबा ज्ञानदास ने अन्ना के समर्थन में देशभर के धर्माचार्यों को पत्र लिखकर सहयोग का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि अगर जरुरत पड़ी तो वह कुछ दिनों में सन्तों के साथ दिल्ली रवाना हो जाएंगे।
इस बीच, देश भर में अन्ना हजारे को जबर्दस्त जनसमर्थन मिल रहा है। बीजेपी की छात्र ईकाई एबीवीपी ने अन्ना के समर्थन में आज देश भर में कॉलेजों को बंद रखने का आह्वान किया है।
दिल्ली
इस आंदोलन के केंद्र दिल्ली में अन्ना के समर्थन में एक बार फिर हजारों लोग इंडिया गेट पर जुट गए हैं। इसके अलावा बड़ी तादाद में लोग तिहाड़ जेल के बाहर जमे हुए हैं, जहां अन्ना हजारे आज की रात बिताएंगे। गुरुवार को दिन में करीब २०० ऑटोरिक्शा और टैक्सी वालों ने भी मार्च किया। अन्ना के कुछ समर्थक रामलीला मैदान में भी पहुंचने लगे हैं।
मुंबई में इंडिया अगेंस्ट करप्शन की तरफ से 'सेव इंडिया रैली' (भारत बचाओ रैली) का आयोजन सांताक्रूज (पश्चिम) से जूहु बीच तक किया जाएगा। जबकि, 120 साल में पहली बार मुंबई के डिब्बावाले अन्ना के समर्थन में शुक्रवार को हड़ताल करेंगे। अन्ना के समर्थन में फिल्म उद्योग से भी लोग आगे आ रहे हैं। मुंबई के आज़ाद मैदान में गायिका सोना महापात्रा ने शाम 4 बजे से अपना कार्यक्रम पेश किया। इसके बाद गायक कैलाश खेर सारेगामा लिटिल चैंप्स के साथ अन्ना के समर्थन में गीत गाए। डांसर टेरेंस लुइस भी आज शाम अन्ना हजारे के समर्थन में कार्यक्रम पेश कर रहे हैं। वहीं, तमिल फिल्म इंडस्ट्री की तरफ से स्टार कमल हसन ने अन्ना का समर्थन किया है।
बेंगलुरु
यहां आध्यात्मिक गुरु और आर्ट ऑफ लिविंग के अगुवा श्री श्री रविशंकर अन्ना के समर्थन में प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे हैं।
चंडीगढ़
अन्ना के समर्थक चंडीगढ़ के सेक्टर 17-22 में सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। शाम को 6:30 बजे कैंडल मार्च का आयोजन किया जा रहा है। पंजाब यूनिवर्सिटी में जनलोकपाल के समर्थन में एक जागरूकता रैली का आयोजन किया जा रहा है।
लखनऊ
लखनऊ में लखनऊ विश्वविद्यालय के अध्यापक और छात्र आज अनशन पर हैं। शहर के चौक, ठाकुरगंज और याहियागंज बाज़ारों के करीब पांच हजार व्यापारियों ने अन्ना के समर्थन में आज अपनी दुकानें बंद रखी हैं।
इंदौर
इंदौर में शालीमार टाउनशिप से राजबाड़ा तक शाम मानव श्रृंखला बनाई जा रही है।
पुणे शहर के हिंजेनवाड़ी में दिन में मानव श्रृंखला बनाई गई।
कोचीनकोचीन के काकानाड़ में दिन में रैली का आयोजन किया गया।
गुवाहाटी यहां भी कई लोग कैंडल मार्च और मशाल रैली निकाल रहे हैं।
विदेशी भी अन्ना के साथ
भारत में पढ़ाई कर रहे कई विदेशी नागरिकों ने भी भ्रष्टाचार के विरोध में आंदोलन कर रहे अन्ना हजारे का समर्थन किया है। माइक्रो फाइनेंस पर पुणे में इंटर्नशिप कर रहे ब्रिटिश नागरिक येन गेलिस्टर अन्ना हजारे के समर्थक हैं और वे पिछले तीन महीनों से हजारे के आंदोलन को फॉलो कर रहे हैं। गेलिस्टर ने कहा, 'लोकतंत्र में यह बहुत जरूरी है कि हमें विरोध करने की आज़ादी मिले।' उन्होंने कहा, 'भारत में भ्रष्टाचार के विरोध में लड़ाई को लोग बहुत गंभीरता से ले रहे हैं। यूरोप के कई देशों में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार है। लेकिन मुझे नहीं लगता है कि इसके खिलाफ वहां कोई सड़कों पर उतरेगा।' पुणे में पढ़ रहे विदेशी छात्र बड़ी तादाद में रानी झांसी चौक पर इकट्ठा हुए और हजारे का समर्थन किया। इस आंदोलन में हिस्सा लेने के पीछे वजह बताते हुए एक विदेशी छात्रा ओआना बोर्स ने कहा, 'भ्रष्टाचार की समस्या पूरी दुनिया में है। इसलिए मैंने इस आंदोलन में हिस्सा लेने का फैसला किया है।' बोर्स पुणे विश्वविद्यालय में समाजशास्त्र पढ़ती हैं। वहीं, फ्रांस से आकर पुणे में पढ़ाई कर रहे कार्लो बी ने कहा कि वे भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग में भारत के साथ हैं। बोर्स के साथ ऑस्ट्रिया, फ्रांस, रोमानिया के कई छात्र इस आंदोलन में हिस्सा ले रहे हैं।