अन्ना का कारवां बढ़ रहा है, जनसैलाब उमड़ रहा है!
लगातार तीसरे दिन देशभर में शांतिपूर्ण विरोध-प्रदर्शनों, रैलियों और मशाल रैली का दौर जारी रहा।
अन्ना हजारे का अनशन जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा है वैसे-वैसे लोग बड़ी संख्या में उनके समर्थन में आगे आ रहे हैं। लोग अब अपने काम-काज छोड़कर या छुट्टियां लेकर उनके समर्थन में पहुंच रहे हैं। उन्हें जिस तरह से खासकर देश के युवाओं का समर्थन मिल रहा है वह अकल्पनीय है।
अन्ना हजारे का अनशन जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा है वैसे-वैसे लोग बड़ी संख्या में उनके समर्थन में आगे आ रहे हैं। लोग अब अपने काम-काज छोड़कर या छुट्टियां लेकर उनके समर्थन में पहुंच रहे हैं। उन्हें जिस तरह से खासकर देश के युवाओं का समर्थन मिल रहा है वह अकल्पनीय है।
अन्ना 11 बजे तिहाड़ से निकलेंगे, राजघाट भी जाएंगे
उत्तर प्रदेश में लखनऊ विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (लूटा) एवं लखनऊ विश्वविद्यालय से सम्बद्ध महाविद्यालय शिक्षक संघ (लुआक्टा) ने अन्ना हजारे के समर्थन में विरोध प्रदर्शन, शांतिमार्च और मानव शृंखला बनाने का फैसला किया है।
लूटा के महासचिव आर. बी. सिंह ने संवाददाताओं को बताया, "विश्वविद्यालय परिसर के पास सरस्वती वाटिका पर शांतिपूर्ण धरना प्रदशर्न करने के बाद हम झूलेलाल पार्क तक रैली निकालेंगे।" यह पार्क अन्ना के समर्थन में हो रहे प्रदर्शनों का मुख्य केंद्र बना हुआ है।
सिंह ने कहा कि हम सबकी यह नैतिक जिम्मेदारी है कि देशहित में भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना हजारे की इस मुहिम में शामिल होकर उनका समर्थन करें।
लुआक्टा के सदस्यों की तरफ से शहीद स्मारक पर विरोध प्रदशर्न किया जाएगा और बाद में झूलेलाल पार्क की तरफ जुलूस निकालकर मानव शृंखला बनाई जाएगी।
मैं अब भी 5 किलोमीटर चल सकता हूं: अन्ना
पटना सहित बिहार के कई इलाकों में भी अन्ना हजारे के समर्थन में धरना और अनशन जारी है। पटना में कारगिल चौक पर अनशन कर रहे दो लोगों की तबीयत अचानक बिगड़ गई। चिकित्सकों ने उन्हें ग्लूकोज चढ़ाने की सलाह दी है।
कारगिल चौक पर बारिश के बावजूद सैकड़ों लोग अन्ना हजारे के समर्थन में बड़े-बड़े बैनर और पोस्टर लेकर डटे हुए हैं। इसमें बड़ी संख्या में बुजुर्ग, बच्चे और महिलाएं शामिल हैं। धरना पर बैठे इंडिया अगेंस्ट करप्शन के अरुण दास ने कहा कि अन्ना की रिहाई और उन्हें अनशन के लिए रामलीला मैदान देने पर सहमति उनकी पहली जीत है।
धरना पर बैठी एक अन्य महिला के अनुसार, सरकार कह रही है कि कानून बनाने का काम संसद का है, तो क्या संसद में जाने वाले सांसद जनता के प्रति उतरदायी नहीं। जनता प्रभावी कानून बनाने की मांग कर रही है, कोई हथियार नहीं मांग रही।
प्रयास भारती ट्रस्ट के बैनर तले पटना के बोरिंग रोड के किनारे महिलाओं और बच्चियों क्रमिक अनशन लगातार तीसरे दिन जारी है। इस आंदोलन में पटना के वकील, शिक्षाविद, समाजसेवी, छात्र सहित सभी तबके के लोग शामिल हो रहे हैं। अन्ना हजारे के समर्थन में मुजफ्फरपुर, गया, छपरा, बेगुसराय, नालंदा में भी लोग सड़क पर उतरे।
चेन्नई में अन्ना हजारे के समर्थन में 32 लोगों का अनशन तीसरे दिन भी जारी है। अनशनकारियों में एक महिला भी शामिल है।
अन्ना के आंदोलन के पीछे हमारा हाथ नहीं: अमेरिका
'इंडिया अंगेस्ट करप्शन' (आईएसी) की मीडिया समन्वयक भावना उपाध्याय ने ‘आईएएनएस’ को बताया, "32 लोग मंगलवार से ही अनशन कर रहे हैं और यह तीसरे दिन गुरुवार को भी जारी है।"
उन्होंने कहा कि अनशनकारियों में सबसे कम उम्र का अरविंद भारती, 18 वर्ष और सबसे अधिक उम्र के अप्पा इंद्रवेल, 81 वर्ष के हैं। उन्होंने बताया कि सभी का स्वस्थ्य ठीक है।
छत्तीसगढ़ में व्यापारी, वकील और यहां तक कि इंजीनियरिंग व चिकित्सा के छात्र भी मैदान में उतर आए हैं और रैलियों में हिस्सा ले रहे हैं।
अन्ना की गिरफ्तारी के बाद से रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, जगदलपुर, अम्बिकापुर, कोरबा, रायगढ़ और भिलाई में विरोध-प्रदर्शनों का दौर जारी है।
राज्य के औद्योगिक मंच छत्तीसगढ़ चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने अन्ना के आंदोलन को समर्थन देने की घोषणा की है। विभिन्न जिलों से आने वाली खबरों में कहा गया है कि जिला अदालतों के वकील अन्ना के समर्थन में शांति रैली निकाल रहे हैं।
राजस्थान में भी प्रदेशभर में सैकड़ों लोगों ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया और रैली निकाली। अन्ना हजारे के समर्थन में जयपुर में दुकानें आधे दिन के लिए बंद रहीं। व्यापारियों जहां अपनी दुकानें दोपहर दो बजे तक बंद रखीं वहीं काले बिल्ले लगाकर धरना दिया।
एक दुकानदार गिरधर सुखीजा ने कहा कि जयपुर में 27,000 दुकानें हैं और सभी दुकानें दोपहर दो बजे तक बंद रहीं।
गैरसरकारी संगठन जागो जनता सोसाइटी के एक प्रतिनिधि ने कहा 25 समर्थक प्रतिदिन अनशन पर बैठ रहे हैं और यह तब तक जारी रहेगा जब तक कि सरकार अन्ना हजारे की मांग मान नहीं लेती। राज्य के उदयपुर, जोधपुर, भरतपुर और कोटा में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन आयोजित किए गए और रैलियां निकाली गईं।
प्रभावी लोकपाल के लिए अनशन पर बैठे अन्ना हजारे को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया था। गिरफ्तारी के बाद रात में अन्ना को जेल से रिहा कर दिया गया, लेकिन उन्होंने जेल छोड़ने से इंकार कर दिया। अब सरकार ने उन्हें रामलीला मैदान में 15 दिन का अनशन करने की अनुमति दे दी है।