दिल्ली। अन्ना हजारे की गिरफ्तारी के बाद संसद में पक्ष और विपक्ष में जमकर हंगामा हुआ। सरकार ने अन्ना की गिरफ्तारी पर लोकसभा में विपक्ष की नेता सुष्मा स्वराज को बोलने का मौका नहीं दिया। विपक्ष इस मामले पर बुरी तरह तिलमिला गई। सरकार की इस करतूत का विरोध करते हुए विपक्ष ने मंगलवार को संसद के दोनों सदनों की कार्रवाई से बायकाट कर दिया। अब ज्यादातर दल एकजुट होकर संसद की कार्रवाई अगले 3 दिनों के लिए स्थगित करने पर विचार कर रहे हैं।
संसद के सदनों को अगले 3 दिनों तक स्थगित करने में बीजेपी के साथ सीपीआई और सीपीएम भी आगे आ गई हैं। सीपीआई नेता गुरदास गुप्ता ने कहा कि आज शाम तक सभी विपक्षी दल मिलकर यह तय करेंगे कि हमें मिलकर संसद की कार्रवाई अगले 3 दिनों तक के लिए स्थगित रखनी चाहिए। कांग्रेस पार्टी ने आज संसद में अन्ना हजारे की गिरफ्तारी मामले में बहस नहीं चलने दी।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने कहा कि कांग्रेस की यह सोच समझ से परे है कि वे भ्रष्टार मामले पर संसद के भीतर और बाहर कोई बहस नहीं करना चाहती। सरकार को जवाब देने के लिए विपक्ष एक जुट होकर संसद की कार्रवाई स्थगित करेगा। सीपीएम नेता ब्रिंदा करात ने कहा कि अन्ना हजारे की गिरफ्तारी भारतीय लोकतंत्र पर तगड़ा आघात है। सरकार इस मामले पर संसद में बहस करने तक के लिए राजी नहीं है। उन्होंने कहा कि अब तो इसमें भी शक है कि कांग्रेस भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई कदम उठाना चाहती है।
संसद के सदनों को अगले 3 दिनों तक स्थगित करने में बीजेपी के साथ सीपीआई और सीपीएम भी आगे आ गई हैं। सीपीआई नेता गुरदास गुप्ता ने कहा कि आज शाम तक सभी विपक्षी दल मिलकर यह तय करेंगे कि हमें मिलकर संसद की कार्रवाई अगले 3 दिनों तक के लिए स्थगित रखनी चाहिए। कांग्रेस पार्टी ने आज संसद में अन्ना हजारे की गिरफ्तारी मामले में बहस नहीं चलने दी।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने कहा कि कांग्रेस की यह सोच समझ से परे है कि वे भ्रष्टार मामले पर संसद के भीतर और बाहर कोई बहस नहीं करना चाहती। सरकार को जवाब देने के लिए विपक्ष एक जुट होकर संसद की कार्रवाई स्थगित करेगा। सीपीएम नेता ब्रिंदा करात ने कहा कि अन्ना हजारे की गिरफ्तारी भारतीय लोकतंत्र पर तगड़ा आघात है। सरकार इस मामले पर संसद में बहस करने तक के लिए राजी नहीं है। उन्होंने कहा कि अब तो इसमें भी शक है कि कांग्रेस भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई कदम उठाना चाहती है।