दिल्ली। सरकार समाजसेवी अन्ना हजारे के अनशन से घबरा गई है। अन्ना को अमेरिका का साथ मिलने पर कांग्रेस ने शुक्रवार को अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता के उस बयान पर आपम्मि जताई है जिसमें उन्होंने आशा व्यक्त की थी के सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के अनशन के दौरान भारत शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों से निपटने में संयम का परिचय देगा।
एक प्रेस कांफ्रेंस के जरिये कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता राशिद अल्वी ने कहा कि हमारे विदेश मंत्रालय ने पहले ही एक बयान जारी किया है और इसके बाद अमेरिका की तरफ से जारी किया गया यह बयान बेहद आपत्तिजनक है। उन्होंने कहा कि यह हमारे देश का मामला है और हम अपने देश के आतंरिक मामलों में किसी भी प्रकार का हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं करेंगे। अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता विक्टोरिया नूलैंड ने कहा था कि उनके देश को भरोसा है कि भारत शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों से निपटने में लोकतांत्रिक संयम बरतेगा।
नूलैंड से यह पूछने पर कि क्या भारत में शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की कथित बर्बरता से अमेरिका चिंतित है। इस पर उन्होंने कहा, जैसा कि आप जानते हैं, हम दुनिया भर में शांतिपूर्ण, अहिंसक विरोध प्रदर्शन के अधिकार का समर्थन करते हैं। मालूम हो कि उन्होंने कहा था, भारत एक लोकतांत्रिक देश है, और हम भारत से आशा करते हैं कि वह शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन से निपटने में उचित लोकतांत्रिक संयम बरतेगा, जैसा कि वह करता रहा है। ऐसे में अन्ना का अनशन को अभी दो दिन है मगर अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर राजनीति शुरु हो गई है।
एक प्रेस कांफ्रेंस के जरिये कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता राशिद अल्वी ने कहा कि हमारे विदेश मंत्रालय ने पहले ही एक बयान जारी किया है और इसके बाद अमेरिका की तरफ से जारी किया गया यह बयान बेहद आपत्तिजनक है। उन्होंने कहा कि यह हमारे देश का मामला है और हम अपने देश के आतंरिक मामलों में किसी भी प्रकार का हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं करेंगे। अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता विक्टोरिया नूलैंड ने कहा था कि उनके देश को भरोसा है कि भारत शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों से निपटने में लोकतांत्रिक संयम बरतेगा।
नूलैंड से यह पूछने पर कि क्या भारत में शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की कथित बर्बरता से अमेरिका चिंतित है। इस पर उन्होंने कहा, जैसा कि आप जानते हैं, हम दुनिया भर में शांतिपूर्ण, अहिंसक विरोध प्रदर्शन के अधिकार का समर्थन करते हैं। मालूम हो कि उन्होंने कहा था, भारत एक लोकतांत्रिक देश है, और हम भारत से आशा करते हैं कि वह शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन से निपटने में उचित लोकतांत्रिक संयम बरतेगा, जैसा कि वह करता रहा है। ऐसे में अन्ना का अनशन को अभी दो दिन है मगर अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर राजनीति शुरु हो गई है।