पटना। मज़बूत लोकपाल बिल को लेकर शांतिपूर्ण आंदोलन की अगुवाई करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे और उनकी टीम के सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनकी गिरफ्तारी के खिलाफ देशव्यापी प्रदर्शन जारी हैं। अन्ना हजारे की गिरफ्तारी को लेकर चारो तरफ प्रतिक्रिया का दौर भी शुरु हो गया है। ऐसे में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गांधीवादी अन्ना हजारे को हिरासत में लिये जाने की घटना को आपातकाल का पूर्वाभ्यास बताया है।
पटना में एक प्रेस कांफ्रेंस के जरिये उन्होंने बताया कि जिस तरह अन्ना हजारे को हिरासम में लिया गया उससे तो साफ जाहिर है कि केंद्र सरकार को लोकतांत्रिक मूल्यों का एहसास नहीं है। उन्होंने कहा कि अन्ना की गिरफ्तारी प्रतिरोध को कुचलने की कोशिश है जो नामुमकिन है। उन्होंने केंद्र सरकार अपने सीधे निशाने पर लेते हुए कहा कि सरकार में बैठे लोग पहले भी इस तरह के हथकंडे अपना चुके है।
प्रेस कांफ्रेंस के जरिये नीतीश कुमार ने जो कहा वह सच में सोचने वाली बात है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में जो हो रहा है वह आपतकाल का रिहर्सल है। उन्होंने कहा कि पहले भी देश में आपतकाल लगाया गया था वह भी कांग्रेस का ही समय था। उस आपातकाल के बाद कांग्रेस ने कहा था कि अब ऐसा वक्त कभी नहीं आयेगा। नीतीश ने कहा कि आज देश में फिर ऐसी स्थिति पैदा हो रही है जिसकी जितनी निंदा की जाए उतनी कम है।